Thursday, January 3, 2013

Kya ho tum.....



कैसे कहूँ के क्या हो तुम , 

चलो मैं बताऊँ क्या हो तुम ?? 

मेरे लिए मेरी दुनिया हो तुम , 

छू के जो गुज़री वो हवा हो तुम, 

रब से जो मांगी , वो दुआ हो तुम ,

करे मुझको जो रोशन , वो दिया हो तुम , 

दिल यह कहे मेरा जिया हो तुम , 

किया मैंने महसूस वो अहसास हो तुम , 

मेरी नज़र की तलाश हो तुम , 

मेरी ज़मीन का आकाश हो तुम ,


मेरे चेहरे की कशिश हो तुम , 

मेरे सितारों की गर्दिश हो तुम , 

मेरी ज़िन्दगी का करार हो तुम , 

मैंने जो चाहा वो प्यार हो तुम , 

मेरे इंतज़ार की राहत हो तुम ,



मेरे दिल की चाहत हो तुम , 

तुम हो तो यह दुनिया है मेरी...... 

कैसे कहूँ कि मेरी "जान " हो तुम ......