कैसे कहूँ के क्या हो तुम ,
चलो मैं बताऊँ क्या हो तुम ??
मेरे लिए मेरी दुनिया हो तुम ,
छू के जो गुज़री वो हवा हो तुम,
रब से जो मांगी , वो दुआ हो तुम ,
करे मुझको जो रोशन , वो दिया हो तुम ,
दिल यह कहे मेरा जिया हो तुम ,
किया मैंने महसूस वो अहसास हो तुम ,
मेरी नज़र की तलाश हो तुम ,
मेरी ज़मीन का आकाश हो तुम ,
मेरे चेहरे की कशिश हो तुम ,
मेरे सितारों की गर्दिश हो तुम ,
मेरी ज़िन्दगी का करार हो तुम ,
मैंने जो चाहा वो प्यार हो तुम ,
मेरे इंतज़ार की राहत हो तुम ,
मेरे दिल की चाहत हो तुम ,
तुम हो तो यह दुनिया है मेरी......
कैसे कहूँ कि मेरी "जान " हो तुम ......