Memories

The places where moments reside

वो हरे रंग के जूते.... #fridayfotofiction




“ अरे जूते तो पहन कर देख ले..” 

“ रहने दो दी . वक़्त नहीं है , बुलावा आ गया है यूनिट से ... कल 

रिपोर्ट 
करना है , जूते फिर कभी नप जायेंगे “

“ देख तो ले “

“ चलो साथ ले जाता हूँ...” 

“ और रिया का क्या होगा ? तेरे लकी हरे रंग के जूते हैं. उसके घर 

नहीं जाएगा बात करने इन्हें पहन कर ? “ 

“ दी...पहले देश.. “

“ ठीक है , मुझे मत पढ़ा. रिया पे कितना मरता है मुझे पता है “

“ हेल्लो, अपर्णा दीदी मैं राजेश बोल रहा हूँ. अनंत को पैर में बारूदी 

सुरंग के छर्रे लगे हैं,शायद अब न चल पाये. आप रिया को खबर मत 

करना, उसने मना किया है “ .

4 महीने बाद “रिया गुप्ता“ के घर की सीढ़ियां चढ़ते वो ही हरे रंग के 

जूते...

Linking up with Tina and Mayuri
वो हरे रंग के जूते.... #fridayfotofiction वो हरे रंग के जूते.... #fridayfotofiction Reviewed by Shwetabh on 12:48:00 PM Rating: 5

3 comments:

  1. Thank God he was able to walk again ....nice story

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  2. Very emotional story, Shwetabh.
    Thank you for writing for #FridayFotoFiction

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  3. Very nice Shwetabh, I am glad he could walk. Thanks for linking up with #FridayFotoFiction

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